Thursday 5 January 2017

स्वच्छ भारत अभियान

आज मन हुआ उन लोगो पर लिखने को , जिन्होंने स्वच्छ भारत अभियान की हवा निकाल राखी है , ये देश साफ सुथरा हो सकता है पर इस देश के लोग इसे साफ रखना नही चाहते ! अगर हम इतिहास में झांक कर देखे तो पता चलता है कि हमने शुरू से साफ सफाई का काम एक वर्ण विशेष पर डाल रखा था जिसे हम समाज के सबसे निचले पायदान पर रखते थे . नतीजा यह हुआ कि हम लोग सफाई करना अपनी तौहीन समझने लगे या यु कहें अपनी इज़्ज़त के खिलाफ मानने लगे I और जो लोग अपने घर की सफाई किसी तरह कर लेते है वो भी घर के दरवाजे के बाहर के काम को सरकार का कर्तव्य मानने लगे है I नतीजा आपके सामने है ! लोग भी कह देते है प्रधानमंत्री मोदी की इसमें कोई गलती नही है और एक आदमी के द्वारा देश को बदला नही जा सकता I पर अगर हमारे प्रधानमंत्री कानून का डंडा चलाए तो देश की 70 प्रतिशत समस्या ठीक हो सकती है बाकि का 30 प्रतिशत इस देश की जनता खुद ठीक कर लेगी I यह विचार पूर्णतया निजी है I 
साहिल कुमार 
नई दिल्ली

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