मेरे प्रकाशपुंज नेताओ के नेता जी सुभाष चंद्र बोस का आज जन्मदिन है उनको मैं सलामी,श्रधांजलि देता हूँ,नेता सुभाष जी-'न भूतो न भविष्यति'.बाकि सब नेताजी लगाने वालो को इतना guts (साहस) कहा I इस महापुरुष के जीवन की मिसाल देने के लिए मैं आपको एक कहानी याद दिलाता हूँ जब ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री क्लीमेंट एटली (जिनक कार्यकाल के दौरान भारत आज़ाद हुआ) बाद में भारत आये थे तो बंगाल के गवर्नर(नाम अभी मुझे याद नही आ रहा है) ने उनसे पुछा था आप तो भारत को जून 1948 में छोड़ने वाले थे फिर ऐसा क्या हुआ कि 15 अगस्त 1947 को ही भाग निकले तो उन्होंने कहा था कि इसकी वजह नेताजी सुभाष चंद बोस थे उन्होंने हमारी सशस्त्र सेनाओ में वैचारिक फूट डाल दी थी जिसे हम Royal Indian Navy mutiny के नाम से जानते है यह ग़दर बॉम्बे के नजदीक हुआ वो दिन था 18 फरबरी 1946 और इसका असर देखिये अगले ही दिन ब्रिटेन से letter आ गया कि सामान समेटना शुरू कर दो अब भारत को ओर ज्यादा देर गुलाम नही बनाया जा सकता Iये नेताजी का खोफ ही था Iबहुत कम लोग जानते है की सुभाषचंद्र बोस जी को नेताजी कहने वाला पहला शख्स एडोल्फ हिटलर था नेताजी के बारे में जितना लिखता हूँ उतना कम है उनकी व्यक्तित्व तो गाँधी जी के व्यक्तित्व को भी supersede करता था I उन्होंने कहा था "Freedom is not given it is taken."
साहिल कुमार दिल्ली विश्वविद्यालय
साहिल कुमार दिल्ली विश्वविद्यालय
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